ऊना। हिमाचल- पंजाब सीमा के समीप वनखंडी में 29 सितंबर को हुए द वर्निंग कार मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। सबसे पहले जली हुई कार में जिस व्यक्ति को मृत समझ पुलिस ने कार्रवाई की थी, वही व्यक्ति हत्यारा निकला है, जबकि इस वारदात में मरने वाले शख्स की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। मरने वाले प्रवासी युवक कौन था, इसका पता हत्या के अभियुक्त चंदन को भी नहीं मालूम।
एसपी अनुपम शर्मा ने बताया कि चंदन कुमार जालन्धर (पंजाब) में एक सब्जी आढ़ती के पास मुंशी का काम करता है। चंदन ने अपने मालिकों के साथ करीब 40 लाख रुपये की हेराफेरी की थी। जब इस बात का पता मालिक को चला तो उसने अपने रुपये वापिस लेने के लिए चंदन पर दबाब बनाना शुरू कर दिया। इतनी बड़ी राशि न चुका पाने की दशा में चंदन ने अपनी मौत का ढोंग रचने की सोची। इसके लिए चंदन को एक शख्स की जरूरत थी, जिसे मारकर वो अपनी मौत का ड्रामा रचता। ऐसे में चंदन ने जालन्धर में ही शराब के ठेके पर खड़े एक प्रवासी को शराब का लालच देकर अपनी कार में बिठा लिया और उसे पूरा दिन शराब पिलाई। अचेत होने के बाद प्रवासी को उसने अपने कपड़े पहनाकर कार की ड्राइविंग सीट पर बिठा दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद चंदन घटनास्थल से पैदल ही ऊना की ओर आ गया। 13 दिन बाद सामने सोलन में मिलने पर चंदन ने अपने अपहरण की कहानी पुलिस को सुनाई। जिसपर पुलिस ने चंदन से पूछताछ करके उसे घर भेज दिया था, लेकिन इसके बाद पुलिस लगातार चंदन पर नजर बनाए हुई थी।
पुलिस ने करीब 25 दिन बाद चंदन को गिरफ्तार करके जब कड़ाई से पूछताछ की तो चंदन ने सारे राज पुलिस के सामने खोल दिए। एसपी ऊना अनुपम शर्मा ने बताया कि आरोपी चंदन को गिरफ्तार करके पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है, जबकि मृत व्यक्ति की पहचान के लिए टीम का गठन किया गया है।
यह भी पढ़े :बैंकों में क्या है हाल, देखिए तस्वीरें
यह भी पढ़े :UP BJP अध्यक्ष की बेटी के पास 2000 की नोटो का बंडल कैसे पहुंचा, जानिए वायरल फोटो का सच
इंदौर में रामनवमी पर हुआ बड़ा हादसा : एक मंदिर की बावड़ी की छत्त गिरी, 25 लोग दबे, 8को बचाया...देखें तस्वीरें
दुर्लभ बीमारियों के लिए दवाओं के आयात पर सीमा शुल्क से छूट
छत्रपति संभाजीनगर में गुटों के बीच झड़प, आगजनी व पथराव
Daily Horoscope