भीलवाड़ा। जिले के हनुमानगढ़ थाना के बारला पोलिया गांव में एक कुमाता ने जन्म देने के बाद नवजात बच्चे को मरने के लिए झाडिय़ों में छोड़ दिया। गनीमत रही कि बच्चे की जान बच गई। हनुमानगढ़ थाना पुलिस ने बच्चे को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया। वहां अब उसकी हालत में सुधार है। पुलिस ने कुमाता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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हनुमान नगर थाने के हेडकांस्टेबल सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि बारला पोलिया गांव के गोपाल सिंह शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे घर से निकलकर गांव के बाहर पहुंचे ही थे कि उन्हें नवजात बालक बिलखता मिला। उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। वह सर्दी से ठिठुर रहा था। सिंह ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को कब्जे में लेकर उसे देवली अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे भीलवाड़ा रेफर कर दिया। वहीं महिला व बाल विकास समिति की अध्यक्ष सुमन त्रिवेदी ने कहा कि बालक की यहां पर सभी जांचें करवाई गई हैं। बच्चे का जन्म रात्रि में 3 से 4 बजे के बीच में हुआ है। बच्चे को झाडिय़ों में फेंकने के कारण पूरे शरीर पर कांटों के निशान बने हुए हैं और खुले में रहने के कारण उसमें निमोनिया के लक्षण भी मिले हैं। अभी वह सुरक्षित है।
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