गोंडा। देवी पाटन मण्डल के बलरामपुर जिले में एसएसबी 50 वीं वाहिनी
के जवानों ने नेपाल से चरस लेकर हिमाचल जा रही तीन नेपाली महिला तस्करों को गिरफ्तार
किया है। बरामद चरस का वजन 20 किलो 400 ग्राम है जिसकी कीमत करीब दो करोड़ 44 लाख रुपये
है। एसएसबी ने बरामद चरस तथा महिला तस्करों पर विधिक कार्यवाही के लिए पुलिस के हवाले
कर दिया गया है। तस्करों से जानकारी मिली है कि वह नेपाल के चंदरौटा से चरस लाकर देश
के विभिन्न स्थानों पर पहुंचाते हैं। [@ Breaking News : अब घर बैठे पाए Free JIO sim होम डिलीवरी जानने के लिए यहाँ क्लिक करे] [@ अखिलेश, मोदी, राहुल, डिंपल की ‘रईस-2’ वायरल, आपने देखी क्या!]
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा स्तम्भ संख्या 573 के
निकट हरिहरपुर गांव में मुखबिर की सूचना पर एसएसबी के जवानों द्वारा तीन संदिग्ध महिलाओं
को रोक कर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान तीनों महिलाओं के पास से 20 किलो 400 ग्राम
नेपाली चरस बरामद की गई है। तीनों महिलाओं की पहचान नेपाल के रुक्कुम जिला निवासी सपना
पत्नी शेरमन, माया पत्नी राम बहादुर तथा मन कुमारी पुत्री रूप सिंह के रूप में हुई
है। बरामद चरस की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ 44 लाख रुपए है। बरामद चरस
तथा महिला तस्करों को अग्रिम कार्रवाई के लिए थाना पचपेड़वा पुलिस के हवाले कर दिया
गया।
नेपाल के चंदरौटा से मनाली तक
जुड़ा है तस्करी का तार
पकड़ी गई चरस तस्करों की सरगना सपना ने बताया कि वह 16 दिन पहले घोराही
जनपद दांग में रुकी हुई थी। वहां से 16 किलोमीटर पैदल चलकर चंदरौटा पहुंची जहां से
राकेश नामक व्यक्ति ने यह चरस देकर उसे सीमा पार करने के लिए कहा। फिर पचपेड़वा के बस
स्टैंड पर मिलने की बात कही।
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