अजमेर। मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के तहत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा गोद ली गई जिले की छह टॉपर बेटियां भविष्य में टॉप रैंकिंग संस्थान से इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहती हैं। सभी प्रदेश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों से आईआईटी की कोचिंग कर रही हैं। इन सभी को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के तहत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा गोद ली गई जिले की छह टॉपर बेटियों से मुलाकात की। उन्होंने टॉपर बेटी प्रियंका जाधव, रूपाली गुर्जर, चेतना वर्मा, निधि शर्मा, अर्चना खारोल, हर्षिता भटनागर तथा उनके परिजनों से मुलाकात की। कलेक्टर गोयल ने इन सभी छात्राओं व परिजनों से बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि सभी बच्चियां प्रदेश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में आईआईटी की पढ़ाई कर रही हैं। कुछ बालिकाएं इंजीनियर तो कुछ इंजीनियरिंग के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी बनना चाहती हैं।
गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना के तहत जिले की छह टॉपर बेटियों को गोद लिया गया है। इनकी पढ़ाई तथा भविष्य की योजनाओं में राज्य सरकार आर्थिक मदद करती है। इन सभी को आर्थिक सहायता के रूप में एक लाख 15 हजार रुपए दिए गए हैं। 15 हजार रुपए स्कूल के माध्यम से प्रतिभावान छात्रा के अकाउंट में दिए जाते हैं, जबकि एक लाख रुपए की फीस कोचिंग संस्थानों को दी जाती है। बालिकाओं के परिजनों ने कहा कि योजना से उनकी बहुत बड़ी समस्या दूर हो गई है। बेटियां प्रतिभावान तो हैं लेकिन गरीबी के कारण वे पढ़ाई का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। इन योजना के कारण उनकी आर्थिक चिंताएं भी दूर हो गई हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर किशोर कुमार, अबु सूफियान चौहान, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा आदि भी उपस्थित थे।
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