उद्योग संगठन की ओर से लगाए गए अनुमान के मुताबिक देशभर में हुए एकदिवसीय हड़ताल से भारतीय अर्थव्यवस्था को 16 से 18 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। एसोचैम के मुताबिक कई सरकारी और निजी क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में उत्पादन के काम पर असर पड़ा है। और इसके साथ माल के ट्रांसपोर्ट में रुकावट आई है जिसके चलते नुकसान और भी ज्यादा बढ़ गया है। एसोचैम के सेकेट्ररी जनरल डी एस रावत ने कहा कि हड़ताल की वजह से ट्रेड, ट्रांसपोर्ट और होटल के सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। चूंकि देश की जीडीपी में ये सेवाएं अहम योगदान रखती हैं इसलिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान इन सेक्टर्स के बंद रहने से हुआ है।
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