हाथरस। नोटबंदी के कारण हुई मौत का मामला पहुँचा सुप्रीम कोर्ट। हाथरस के
खोड़ा गांव के रहने वाले सियाराम की मौत नॉट बदलने को लेकर लगी लाइन में हो गई थी।
मृतक के बेटे ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर 50 लाख का मुआवजा
मांगा। याचिका में कहा गया है कि तीन दिनों तक सियाराम नोट बदलने को लेकर लाइन में
खड़े थे लेकिन नोट न बदल पाने के सदमें की वजह से उनको मौत हो गई।
हाथरस शहर में नोट बंदी से परेशान
एक गरीब वृद्ध बैंक पर लगी लाइन में चक्कर खाकर गिर गया और उसकी मौत हो गयी। शहर
की खोंडा हज़ारी बस्ती का रहने वाला 70 साल का सियाराम नाम का
यह वृद्ध एक मकान की चौकीदारी करता था और नोट बदलने के लिए बुर्जवाला कुआं स्थित
केनरा बैंक की शाखा के बाहर लाइन में लगा था
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