अभिषेक मिश्रा, लखनऊ। नगर निगम क्षेत्र
में ओपेन डेफीकेशन फ्री (ओडीएफ) यानी खुले में शौच से राजधानी को मुक्त करने के
लिए मार्च 2018 तक टारगेट
तय किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत व्यक्गित शौचालय, सामुदायिक
व सार्वजनिक शौचालय बनाने पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए नगर निगम कार्ययोजना बनाकर
लक्ष्य पूरा करेगा। इस संबंध में स्थानीय निकाय निदेशालय के अपर निदेशक विशाल
भारद्वाज ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए हैं। सभी जोन के सेनेटरी इंस्पेक्टर को
अपने वार्डों में सर्वे कर उन घरों को चिन्हित करने के आदेश दिए हैं जहां शौचालय
नहीं है। शहरी विकास मंत्रालय एवं स्वच्छ भारत मिशन भारत सरकार के सख्त निर्देशों
के बाद भी राजधानी को आज भी खुले में शौच से मुक्ति नहीं मिल सकी है। [ BJP को अब अफसोस,यूपी में मुस्लिमों को भी टिकट देते तो ठीक
रहता!
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अपर नगर
आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने खुले में शौच से मुक्ति को लेकर मासिक कैलेंडर तैयार
किया है। इस कैलेंडर के अनुसार नगर स्वास्थ्य अधिकारी, पर्यावरण
अभियंता, समस्त जोनल अधिकारी व समस्त सफाई एवं खाद्य निरीक्षक को
निर्देशित किया गया है। लखनऊ के 101
वार्ड को खुले में शौच से मुक्ति मिलनी है। कैंलेंडर
के अनुसार मार्च से दिसंबर तक 10 महीने में
प्रत्येक महीने 8-8 वार्ड, जनवरी व
फरवरी 2018 में 8-8 वार्ड तथा मार्च 2018 में 5 वार्ड को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने की कार्रवाई की
जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत मिशन राजधानी लखनऊ में रेंग रहा
है।
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