पानीपत। झारखंड के एक आदिवासी परिवार की नाबालिग लड़की को प्रशासन और कई संगठनों की मदद से बुधवार को पानीपत के सींख गांव से मुक्त करवा लिया गया। जानकारी के मुताबिक महेश्वर नामक युवक इससे शादी करने के बाद यहां ले आया था और यहां लाकर इसराना के सींख गांव के अनिल नाम के शख्स को 70 हजार में बेच दिया। अनिल के घर उस लड़की के साथ जानवरों से भी बुरा व्यवहार किया जाने लगा और मारपीट कर चुप रहने को कहा जाता। इसी दौरान लड़की के गर्भवती होने पर परिवारिक सदस्यों ने उसके गर्भ को भी गिरवा दिया। [@ अमेरिका के 911 की तर्ज पर बना डायल 100 कैसे काम करेगा...जानिए इसकी टेक्नोलॉजी]
मामले का पता तब चला जब एक दिन मौका पाकर लड़की ने अपने भाई को फोन किया और वहां से निजी संगठन का नंबर लेकर उस पर फोन किया और अपनी व्यथा सुनाई जिसके बाद अब नाबालिग को मुक्त कराया गया है। फिलहाल लड़की ने घर जाने की ईच्छा जताई है और पुलिस ने आरोपी परिवार के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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