लुधियाना। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की ओर से
केंद्र सरकार को गेंहू की कीमत में 100 रुपए, दालो तथा तेल बीजों के लिए
475 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने मांग
की कि डा. स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करें। सरकार लागत खर्चे
में 50 प्रतिशत अधिक दाम देने के लिए रबी की कम से कम सहायक कीमतों का
ऐलान करें।
जिसके अनुसार गेंहू की कीमत 2250 रुपए, दालों तथा तेल बीजों की
कीमत 6250 रुपए तथा गन्ने की कीमत 500 रुपए प्रति क्विंटल बनती है।
उन्होंने कहा कि धान की अदायगी 24 घंटे के अंदर अंदर करें तथा खरीद उसी दिन
करने की मांग की। धान में नमी की मात्रा 17 से बढ़ा कर 21 की जाए। बीज की
अदायगी को सरल बनाया जाए। क्योंकि गुंजलदार प्रक्रिया होने के कारण बहुत
किसान बीज लेने से वंचित रह जाते है। एक अन्य प्रस्ताव में चीनी मील को एक
नवंबर से चालू करें तथा बेची फसल की अदायगी 10 दिनों के अंदर अंदर किसानों
को मिलनी यकीनी बनाने की मांग की।
किसान लगातार आत्म हत्या कर रहे है। किसान आत्म हत्या न करें। आत्म
हत्या की बजाए उसे मारे जो तुम्हें परेशान करते है। खुद को मारना बुजदली
है। यह विचार पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन अजमेर सिंह लखोवाल ने अब्दुलापुर
बस्ती स्थित किसान यूनियन के आफिस में मीटिंग के दौरान दी। उन्होंने कहा
कि चुनाव एक मेले की तरह है। जहां पर लोग इधर उधर भागते रहते है। इलेक्शन
मैनिफेस्टो को कानूनी महत्वता मिलनी चाहिए कि जो दावे करते है परंतु उसे
पूरा नहीं करते उसे रद्द कर सके। उन्होंने कहा कि बिजली के बिलों में गउ
सेस लगा कर उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है। पैसे वसूले जा रहे हैं परंतु
समाधान नहीं किया जा रहा। इस
मौके पर अवतार सिंह, हरिंदर सिंह, हरबिंदर सिंह, जसवंत सिंह आदि मौजूद
रहे।
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