[@ सपा विधायक अरुण वर्मा पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली युवती की हत्या]
बने रहेंगे प्रत्याशी
पार्टी के ऑथॉरिटी लेटर पर ही सुरेन्द्र प्रत्याशी बने थे। उन्होंने आयोग को बकायदा फार्म ए व बी उपलब्धकराय था। उसी आधार पर बतौर भाजपा प्रत्याशी उन्होंने नामांकन किया। आयोग ने नियम के तहतभाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल सुरेन्द्र को आवंटित किया । ऐसे में जब सबकुछ नियम से ही हुआहै तो भला नियमों को तोड़कर आयोग सुरेन्द्र का नाम हटा भी कैसे सकता है। आयोग ने स्पष्ट कर दियाहै कि उम्मीदवारी देना वापस लेना यह पार्टी की अंदरूनी व निजी बातें हैं। इसमें आयोग हस्तक्षेप नहींकरेगा । चिन्ह आवंटन के बाद नियमतः सुरेन्द्र चौधरी सोरांव विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी बनेरहेंगे। ईवीएम मशीन पर यह चिन्ह व नाम मौजूद रहेगा।
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