खास बात यह है कि भारत और चीन के बीच करीब 4.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार होता है। यदि बहिष्कार का असर बढ़ता रहा तो इसका बड़ा झटका चीन के व्यापारियों को लगेगा। हालांकि इस वर्ष स्थानीय व्यापारियों को इस बहिष्कार का नुकसान झेलना पड़ सकता है, क्योंकि बहुत से भारतीय व्यापारी सामान मंगा चुके हैं। यदि सामान नहीं बिकेगा तो उन्हें निश्चित ही नुकसान होगा।
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