बून्दी । नगर परिषद द्वारा आजाद पार्क में चल रही रामलीला के नवें दिन वीर भद्र कला मण्डल के कलाकारों द्वारा शिव स्थापना अंगद रावण संवाद का सुन्दर चित्रण प्रस्तुत किया। सागर के किनारे राम लक्ष्मण सहित कपिदल ठहरता है। उधर मन्दोदरी रावण को राम से सन्धि करने को कहती है। रावण मन्दोदरी को डांटते हुए कहता है कि तुम मुझे उपदेश मत दो और कहता है ‘‘वानर वाले तपसी से क्या मेरी प्रभुताई कम है, जब तक दम मे दम है जानकी नही दूंगा’’। रावण राज मंत्रीयों को बुलाकर दरबार में विचार प्रकट करता है। दरबारी कहने लगे ‘‘ कौन बडी यह बात भृगराजों के सामने भृंग की कहा विसात’’। उधर विभिशण राम से कहता है कि वह सागर से विनीत भाव से मार्ग मांगे। राम विनीत भाव से समुद्र तट पर बैठ जाते है। विनय न सागर ने सुनी बीते गये दिन तीन भय बिन होती न प्रीत’’ जब राम बाण निकालते है तब समुद्र क्षमा यासना करता है। नल नील समुद्र मे पुल बनाने की तरकीब बताते है। सभापति महावीर मोदी ने बताया कि मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर सायं 5 बजे शोभायात्रा निकाली जायेगी जो रामप्रकाश टॉकिज, बालचन्द पाडागायत्री नगर होती हुई कुम्भा स्टेडियम पहुंचेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अषोक डोगरा होगें। अध्यक्षता जिला कलेक्टर नरेष कुमार ठकराल करेगें।
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