जैसलमेर। 10 फरवरी को भारत-पाक बॉर्डर से पकड़े गए पाक जासूस हाजी खान से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। सबसे बड़ी बात जो निकल कर सामने आई है वह यह है कि हाजी खान पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट है तथा आईएसआई ने उसे भारत में जासूसी के लिए करीब 15 लाख रुपए की रकम भी दी है। [@ यहां पिया मिलन की तड़प में विरहणी गाती है कुरजां] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
जासूसी के आरोप में पकड़े गए जैसलमेर के हाजी खान ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। जानकार सूत्रों की मानें तो हाजी खान ने ये स्वीकार किया है की वह पाक की खुफिय़ा एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा है तथा उसने विगत तीन सालों में कई सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तान भिजवाई हैं। पूछताछ में उसने बताया की वह पाक की आईएसआई के अलवा तीन अन्य एजेंसियों के भी संपर्क में था। उसने जोधपुर, उत्तरलाई, गांधी नगर व जैसलमेर वायु सेना स्टेशन की सूचनाएं भी आईएसआई को भिजवाई थी। इसके साथ ही सेना के मूवमेंट व सीमा सुरक्षा बल के इलाकों की जानकारियां भी पाकिस्तान की खुफिय़ा एजेंसी को शेयर की है। इसकी एवज में उसे करीब 15 लाख रुपए भी इनाम के तौर पर दिए गए। जो उसकी पाकिस्तान में रह रही पत्नी के खाते में डाले गए हैं।
गौरतलब है कि 10 फरवरी को मिलिटरी इंटेलिजेंस व सीआईडी की टीम ने संयुक्त कारवाई कर पाक जासूस सद्दीक खान की निशानदेही पर भारत पाक बॉर्डर स्थित किशनगढ़ गांव से पाक के लिए जासूसी करने के आरोप में हाजी खान को दबोचा था। उसके बाद से ही जोधपुर में उससे संयुक्त पूछताछ जारी है। इसके बाद वह कई खुलासे कर रहा है।
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