नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर संसद के पूरे शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार के
खिलाफ एकजुट होकर हमला बोल रहे विपक्ष में राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले
दरार आ गई है। शुक्रवार को भी संसद में गतिरोध के बाद विपक्ष ने नोटबंदी को
लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात की और सरकार के रवैये से अवगत कराया। इस
मुलाकात के दौरान चार प्रमुख पार्टियां शामिल नहीं हुईं, जिनमें सपा, बसपा,
राकांपा और वामदल शामिल हैं। राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे विपक्षी नेताओं
के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया।
विपक्ष
ने शुक्रवार को नोटबंदी की लड़ाई को राष्ट्रपति के सामने पहुंचाने का मन
बनाया। दोपहर को विपक्षी दलों ने नोटबंदी और इसकी समस्याओं पर बहस नहीं
कराने के मामले को राष्ट्रपति के सामने रखा। लेकिन विपक्षी दलों में उस समय
दरार देखने को मिली जब बसपा, सपा, राकांपा और वाम दलों ने उनका साथ छोड़
दिया। विपक्ष की एकता में आई दरार के लिए गैर हाजिर रही विपक्षी पार्टियों
ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
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