बिजनौर। बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने चुनावी जनसभा में सपा शासनकाल को अराजकता का प्रतीक बताकर सपा कांग्रेस गठबंधन को उसूल के खिलाफ गठबंधन बताया ,साथ ही भाजपा के केंद्र के पौने तीन साल के शासनकाल को पीड़ादायी करार दिया, उन्होंने कहा जो केंद्र सरकार दिल्ली की कानून व्यवस्था ठीक नही कर सकी वो प्रदेश की कानून व्यवस्था क्या ठीक करेगी।
प्रदर्शनी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने सुश्री मायावती अपरान्ह सवा तीन बजे पहुंची और पौने घण्टे बोली, इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार बनने पर तथा नही बनने पर होनेवाले हालात पर प्रकाश डाला ।प्रदेश की कनून व्यवस्था मायावती के निशाने पर रही उन्होंने प्रदेश में 500 छोटे बड़े दंगे होने के साथ पांच आतंक का माहौल होने का आरोप लगाया,साथ ही पुत्रमोह में शिवपाल यादव के अपमान के बाद सपा का वोट बटने पर अल्पसंख्यकों को बसपा को वोट न देने पर भाजपा को लाभ पहुचने का गणित समझाया ।
प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को लाखों करोड़ों के बेरोजगार होने पर इससे पूंजीपतियों और धन्ना सेठों को मालामाल करने की बात कही ।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर भाजपा आरक्षण खत्म अथवा प्रभावहीन करने का भी बसपा सुप्रीमों ने भी दिखाया ,सरकार बनने पर उन्होंने। अपरकास्ट के लोगो को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की बात कही ।तीन तलाक व महजबी मामले में बसपा कोई दखल नही देने की बात कहकर बसपा सुप्रीमो ने भाजपा की सरकार बनने पर लव जेहाद, गौरक्षा,संस्कृति व राष्ट्रवाद के नाम पर अत्याचार होने की बात कही। उन्होंने चुनाव पूर्व सर्वे पर सवालिया निशान लगाया और विजनौर जिले सहित प्रदेश में फसाये गये बेक़सूर लोगो को जाँच कराकर रिहा कराने की बात कही ।
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