राजसमंद। गलवा पंचायत क्षेत्र से होकर गुजर रही चन्द्रभागा नदी में लम्बे समय से हो रहे बजरी दोहन को लेकर ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई है। ग्रामीणों ने चन्द्रभागा नदी से बजरी दोहन पर पूरी तरह पांबन्दी लगा दी है। करतवास के हरीराम गुर्जर व गलवा के छगनदास वैष्णव ने बताया कि बजरी दोहन माफियाओं की दंबगई के चलते नदी के बीच से लम्बे समय से रेता दोहन हो रहा था। इसे बंद कराने को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की गई लेकिन, प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस पर आसपास के ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई और बजरी दोहन रुकवाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बजरी दोहन माफियाओं ने चन्द्रभागा नदी में बजरी दोहन कर गहरे -गहरे खड्ढे कर दिए तथा नदी के बीच में खड़े सैकड़ो पेड़ों के चारों ओर से रेती लेकर उन्हें गिरने के कगार पर छोड़ दिया है। कई पेड़ों को नीचे गिरा दिया गया है। क्षेत्र में पेयजल की किल्लत को लेकर ग्रामीणों ने अपने गांव में बैठक की और बजरी दोहन बंद करने का निर्णय किया। ग्रामीणों ने 6 दिन से बजरी दोहन बंद करा दिया है। ग्रामीणों की बैठक में निर्णय किया गया कि अगर कोई भी चोरी-छिपे चन्द्रभागा नदी से रेता दोहन करेगा तो उसे जुर्माना कर दण्डित किया जाएगा। [@ यहां अंतिम विश्राम के लिए भी नहीं मिलती जगह] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
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