लुधियाना। देश पर मर मिटने वाले शहीद फौजियो को एक दशक के बाद भी सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। इस पीड़ा में आने के बाद उनको भारत सरकार द्वारा दिए गए सेवा मेडलों को वापस करना पड़ रहा है।
ऐसी तरह का एक और मामला लुधियाना गांवो महम
सिंह वाला के शहीद दलित फोजी सूबेदार तेज सिंह की पत्नी ने रोष जताते होये
लुधियाना के जूनियर असिस्टेंट कमिश्नर सवति टिवाणा के जरिये भारत सरकार को वापस किया क्यों की उस वक़्त उनसे किये गए वादों को अभी तक किसी भी
सरकार ने पूरा नहीं किया।
शहीद सूबेदार की विधवा सुरिंदर कौर ने कहा
की उनके पति भरी जवानी में 13 नवम्बर 1989 को श्री लंका में ऑपरेशन के
दौरान शहीद हो गए थे उस वक़्त राष्ट्रपति जी ने उनको सेना मैडल से सम्मानित किया था और वादा किया था की उनके परिवार को हरेक सहूलत दी जाएगी मगर किसी
ने भी आज तक हमारी सार नहीं ली उस वक़्त मेरे बच्चों की उम्र बहुत छोटी थी।
वही शहीद की बेटी ने कहा की हमारे साथ जितनी भी सरकार ने
सहूलतें देने के लिए कहा था मगर आज तक किसी ने भी हमारे को कुश नहीं दिया
हमारे को हमारी माँ ने बड़ी तकलीफो से पाल पोसा है और हम को भी दुसरे
शहीदों की तरह से सहूलते दी जाये हम जानते है की मैडल की क्या अहमियत है
अगर हमारे को कोइ सहूलतें न दी गयी तो हम मुख्यमंत्री की आवास पर धरना
देंगे।
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