अमृतसर। केंद्र सरकार की ओर से पांच सौ व एक हजार रुपये के नोट बंद करने का असर श्री हरिमंदिर साहिब के चढ़ावे पर भी दिखाई देने लगा है। श्री गुरु रामदास जी लंगर में बाबा इंद्रजीत सिंह चंडीगढ़ वालों की ओर से संगत के सहयोग से एकत्रित की नौ लाख रुपये की पुरानी करंसी एसजीपीसी ने बुधवार को लेने से इन्कार कर दिया। राशि 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों में थी। बाबा इंद्रजीत सिंह ने बताया कि पिछले समय से साल में एक दिन की लंगर की सेवा संगत के सहयोग से कर रहे हैं। इस वर्ष 14 दिसंबर को लंगर की सेवा लेने के लिए नौ लाख की राशि एकत्रित की गई। जब वे राशि जमा करवाने के लिए श्री हरिमंदिर साहिब के लंगर घर में गए तो प्रबंधकों ने उनको 500 तथा 1000 रुपये की करंसी बंद होने के कारण लेने से इन्कार कर दिया। प्रबंधकों ने उनको नई करंसी, चेक द्वारा लंगर की सेवा लेने के लिए प्रेरित किया। शिरोमणि कमेटी के सहायक सचिव दलजीत सिंह बेदी ने बताया कि भारत सरकार के नोटिफिकेशन पर यह नोट बंद हैं। कमेटी के सीए एसएस कोहली द्वारा दी गई राय पर कमेटी ने सभी कैश काउंटरों पर पुराने पांच सौ व एक हजार के नोट लेने पर पाबंदी लगाई है। पांच सौ व एक हजार की करंसी बंद होने से गुरुद्वारों में चढ़ावा कम हुआ है।
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