चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के शुरू होने के बाद प्रदेश के लिंगानुपात में 29 अंकों की बढोतरी हुई है। इससे दिसम्बर 2014 का लिंगानुपात 871 से बढ़कर 900 हो गया है।
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विज ने आज हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान एक प्रश्न के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गये जागरूकता एवं सघन जांच अभियान से राज्य के 18 जिलों के लिंगानुपात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा उठाए गए कदमों के फलस्वरूप वर्ष 2014 की तुलना में बढ़कर वर्ष 2016 में हरियाणा राज्य का लिंगानुपात 900 हो गया है। इसके अन्तर्गत प्रदेश के 12 जिलों का लिंगानुपात बढकर 900 से अधिक हुआ है तथा 6 जिलों का अनुपात 875 और 900 के मध्य रहा है। सिरसा का लिंगानुपात सबसे अधिक 935 हो गया है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में विज ने कहा कि राष्ट्रीय डिप्लोमेट बोर्ड (डीएनबी) के तहत प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता के लिए नई सीटें सृजित की जाएंगी। इससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होंगी। पूरे देश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। इसको पूरा करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने देश में विशेषज्ञ चिकित्सकों के 4000 अतिरिक्त पदों को सृजित करने की घोषणा की है। इससे भी हरियाणा में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता में लाभ होगा। इसके अलावा भी हरियाणा में हमारी सरकार डीएनबी के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों हेतु नई सीटें सृजन पर विचार कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत राज्य के लोगों को सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा पहली बार उपलब्ध करवाई जा रही है। किडनी के रोगियों को सस्ती दरों पर यह सुविधा उपलब्ध के लिए पहले चरण में प्रदेश के 14 जिलों में डायलिसिस सैंटर खोले जाएंगे। इसके तहत राज्य के चार जिलों गुरूग्राम, पंचकूला, जीन्द तथा सिरसा के नागरिक अस्पतालों में डायलिसिस सैंटरों ने काम करना शुरू कर दिया है तथा नागरिक अस्पताल अम्बाला कैंट, भिवानी, रेवाड़ी, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, हिसार, यमुनानगर, झज्जर, बहादुरगढ़ जिलों में डायलिसिस सैंटर खोलने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है।
विज ने बताया कि दूसरे चरण में प्रदेश के शेष जिलों में डायलिसिस सेंटर खोले जाएंगे। इन सेंटरों पर रोगियों को डायलिसिस की सुविधा 959 रुपये में देने की व्यवस्था की गई है, जबकि निजी अस्पतालों में इसके लिए 2 हजार से 3000 रुपये तक वसूल किये जाते हैं। इसके अलावा, राज्य के सभी जिलों में एमआरआई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, वर्तमान में यह सुविधा पहली बार प्रदेश के 9 जिलों में दी जा रही है। इसके साथ कि 3500 पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंचकूला का नागरिक अस्पताल एक अच्छा चिकित्सा केन्द्र है, जहां हरियाणा सहित हिमाचल व पंजाब के लोग भी चिकित्सा प्राप्त करते हैं। अस्पताल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसे 200 बिस्तारों से बढ़ाकर 300 बिस्तरों का बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
विज ने बताया कि झज्जर के नागरिक अस्पताल के बॉयो-मेडिकल वेस्ट के निपटान के लिए उचित कदम उठाएं जाएंगे। इसके साथ ही कालका में एएनएम तथा जीएनएम प्रशिक्षण केन्द्र खोलने का विचार है, जिसको भारत सरकार से सुनिश्चित अनुमोदन प्राप्ति के 2 वर्ष में तैयार कर दिया जाएगा।
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