जयपुर/अलवर। जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने अलवर की प्रयोगशाला में
कार्यरत वरिष्ठ रसायनज्ञ प्रदीप कुमार हजरती द्वारा फर्जी रसीद काटकर
राजकीय राशि का गबन करने के मामले में गंभीरता दिखाते हुए हजरती को तुरंत
प्रभाव से निलंबित कर उसकी जांच एसीबी से कराने के निर्देश दिए हैं। गोयल
ने हजरती को प्रारम्भिक जांच में प्रथम दृष्टया गंभीर रूप से दोषी पाए जाने
पर तुरन्त प्रभाव से निलम्बित कर मुख्यालय डूंगरपुर करने के निर्देश दिए
हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसमें उच्चाधिकारियों की लिप्तता रही है तो उसकी
भी 15 दिनों में जांचकर रिपोर्ट दी जाए। जलदाय मंत्री ने कहा कि विभाग में
भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी भी
अधिकारी-कर्मचारी की लिप्तता यदि वित्तीय मामले में पाई गई तो उसके खिलाफ
कड़ी कार्रवाई करने में सरकार पीछे नहीं रहेगी। [@ Exclusive- राजनीति के सैलाब में बह गई देश के दो कद्दावर परिवारों की दोस्ती]
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