न्यूयॉर्क। वैज्ञानिकों की एक टीम ने छोटे और मुलायम जैविक रोबोट
(बायो-बोट) विकसित किए हैं, जो बिजली या प्रकाश के संकेत पाकर जमीन पर चल
और पानी में तैर सकते हैं। इन छोटे मांसपेशी चालित रोबोट को पहले 3-डी के
रूप में मुद्रित किया गया और फिर उनमें मांसपेशीय क्षमता विकसित की गई।
कृत्रिम कोशिकाओं ने खुद को व्यवस्थित कर कार्यात्मक ऊतक बनाए, जिससे
बायो-बोट में गतिशीलता आ गई।
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उरबाना-चैम्पेन के इलिनोइस विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर तहर सैफ ने एक
बयान में कहा,इन मशीनों को निर्माण क्षमता, आयु क्षमता और किसी चोट को भरने
करने की क्षमता के साथ आंशिक रूप से सजीव के रूप में देखा जा रहा है।
सैफ ने कहा,अब हम उन्हें काम करते पा रहे हैं, हम पीछे की प्रक्रियाओं को
देखना शुरू कर रहे हैं और समझने का प्रयास कर रहे हैं कि कैसे कोशिकाओं ने
खुद को व्यवस्थित किया और संचार के लिए उन्होंने कौन सी भाषा इस्तेमाल की।
यह सजीव मशीनों के विकास का जीवविज्ञान है। समूह ने बायो-बोट के कई सारे
डिजाइन विकसित किए हैं, ताकि वे तय दिशाओं में चल सकें और उनकी गति को
प्रकाश या बिजली के जरिए नियंत्रित किया जा सके।
(आईएएनएस)
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