लखनऊ। समाजवादी पार्टी का संग्राम अभी जारी है। मुलायम के नरम रुख के बाद कल अखिलेश उनके मिलने के लिए गए थे। पिता-पुत्र के बीच कल बंद दरवाजे के पीछे करीब पौने दो घंटे तक बाततचीत हुई लेकिन सुलह नहीं हो पाई। मुलायम सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद चाहते हैं लेकिन अखिलेश खुद अध्यक्ष बने रहने पर अडे रहे और सुलह की 8वीं कोशिश भी बेकार गई। अब आज मुलायम सिंह दिल्ली पहुंच रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि मुलायम सिंह और अखिलेश दोनों गुट दोनों ही सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर अपना अपना दावा ठोका है। चुनाव आयोग के निर्देश पर दोनों गुटों ने अपने एमपी, एमएलए और एमएलसी के समर्थन का हलफनामा चुनाव आयोग को सौंप दिया है। चुनाव नजदीक है और पिता-पुत्र का झगडा सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है।
ऐसे में अब चुनाव चिह्न साइकिल दोनों में से किस गुट को मिलेगा यह तय होना अभी शेष है। ऐसा भी हो सकता है कि चुनाव आयोग इस चुनाव चिह्न को फ्रीज कर दोनों गुटों को अलग अलग चुनाव चिह्न दे सकता है। समाजवादी सूत्रों के मुताबिक कल अखिलेश यादव के साथ बैठक में मुलायम सिंह ने टिकट बांटने की जिम्मेदारी अखिलेश को देने की बता कही।
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