भोपाल। केंद्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी के मार्गदर्शक संगठन
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने समाज के कमजोर वर्गो
के उत्थान में आपसी सहयोग का आह्वान करते हुए एक दृष्टांत के जरिए बताया कि
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सेवा को बोझ समझते थे, उन्हें 10 साल की एक
बच्ची ने बताया था कि सच्ची सेवा क्या है।
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संत रविदास जयंती के मौके पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड
मैदान में शुक्रवार को संघ से संबद्ध सेवा भारती के रजत जयंती वर्ष पर
आयोजित श्रम साधक संगम (सम्मेलन) में भागवत ने इस संगठन के कार्यो की
सराहना की और सेवा भारती के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए कहा,हिंदू समाज
कुटुंब के समान है, इस कुटुंब में एक को मिले और बाकी को नहीं मिले, यह
नहीं चलेगा। जिनको मिला है वह दूसरों को देने की कोशिश करें, यह बोझ नहीं
है, यह सेवा की बात है।
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