रेवाड़ी। प्रदेश सरकार ने जिला स्तर पर सड़कों के किनारे ग्रीन बेल्ट्स बनाकर वहां हरे भरे व्रक्ष ऒर फूलों के पौधे लगवाए ताकि शहर सुंदर दिखे ऒर लोगों को शुद्ध वातावरण मिल सके। लेकिन, इसे हम एक विडम्बना ही कहेंगे कि हरियाणा के रेवाड़ी की गिनती यदि हम प्रदेश के सबसे गंदे शहरों में करें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इसका अंदाजा आप रेवाड़ी के बाइपास पर बनी ग्रीन बैल्ट को देखकर लगा सकते हैं। जहां ग्रीनरी कम ऒर गन्दगी के अंबार अधिक दिखाई दे रहे हैं, इसके लिए केवल सम्बंधित विभाग ही दोषी नहीं, दोषी हैं आसपास में रहने वाले वह सभी लोग जो खुद यहां घरों और दुकानों का कचरा फेंककर खुद ही अपने शहर को गंदा कर रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस संदर्भ में स्थानीय लोगों ने बताया कि यह ग्रीन बैल्ट शहर को खूबसूरत बनाने और लोगों को शुद्ध वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई थी। लेकिन, खुद यहां के ही लोग अपने घरों का कूड़ा करकट फेंक देते हैं, इतना ही नहीं यहाँ की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने वाले विभाग एचएसवीपी के सफाई कर्मचारी ही शहर का कचरा यहाँ लाकर फेंकते हैं और फिर कोई सुध नहीं लेता।
यहीं बनी झुग्गियों में रहने वाले एक मजदूर ने बताया कि साहब घर तो भगवान ने दिया नहीं मजबूरन उन्हें इस गन्दगी के ढेर के पास ही झुग्गी बनाकर रहना पड़ रहा है, छोटे छोटे बच्चे हैं और हर वक्त बीमारियों का अंदेशा बना रहता है। इन सभी लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस ग्रीन बोल्ट को तुरंत प्रभाव से इसे साफ करवाया जाए ताकि लोग महामारियों का शिकार न हों और जी भी इसके लिए दोषी हैं उनपर कार्यवाही हो। पूरे मुद्दे पर सम्बंधित विभाग खामोश है और मीडिया के कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं।
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