नई दिल्ली। सरकार को अंदेशा है कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जो पैसा जमा हुआ है उसकी गिनती में गलती हुई है। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद अब तक बैंकों में 13 लाख करोड रुपया जमा हो चुका है। इसका मतलब है कि जितनी करंसी कैंसल की गई थी, वह सारी बैंकों में जमा हो गई। गौरतलब है कि कैंसल की गई करंसी लगभग 15 लाख करोड है।
ऐसे में अब सवाल यह उठ रहे हैं कि अगर कैंसल की गई सारी करंसी बैंकों में जमा हो गई तो कालाधन कहां है। ज्ञातव्य है कि 500 और 1000 के पुराने नोट बैंक में जमा कराने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर है। सरकार ने रिजर्व बैंक और बैंकों से जमा कराए गए नोटों की गिनती फिर से चेक करने को कहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंकों में अब तक 12.5 करोड रुपए जमा हो चुके हैं। सरकार को लगता है कि पुराने 500 और 1000 के नोटों की डबल काउंटिग में गलती हुई है। इस कारण सरकार ने आरबीआई और बैंकों से इसे फिर से चेक करने को कहा है।
बढेगी नई करंसी की सप्लाई:
वहीं नोटबंदी के इतने दिनों बाद भी कैश की किल्लत है। ऐसे में केन्द्र सरकार को उम्मीद है कि नई करंसी की सप्लाई में जल्द सुधार होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 नवंबर के बाद से अब तक सिस्टम में करीब 5 लाख करोड रुपए डाले जा चुके हैं। सरकार को उम्मीद है कि आने वाले 2-3 हफ्तों में हालात और बेहतर होंगे क्योंकि 500 के नए नोटों की सप्लाई बढेगी।
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