आजमगढ़। जिले में बाबूजी कहकर पुकारे
जाने वाले सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव के निधन की सूचना पर अपने जमाने
के जाने माने समाजवादी नेता रहे बाबू रमाशंकर यादव फफक-फफक कर रो पड़े। कहा उनके
निधन के साथ ही राजनीति के एक स्वर्णिम युग का अन्त हो गया। बाबू रमाशंकर ने
अश्रुधारा के बीच ही रामनरेश जी के साथ बिताये संस्मरणों को ताजा किया।
कहा एक समय
की बात है जब त्रिपुरारी पूजन प्रताप सिंह उर्फ बच्चा बाबू ने जिला परिषद
अध्यक्ष के लिए दावेदारी ठोंक दी। रामनरेश यादव जी भी जिद पर अड़ गये कि यह चुनाव
वह भी लड़ेंगे। ऐसे में सभी बड़े समाजवादी नेताओं ने बाबू रमाशंकर यादव जी से
आग्रह किया कि रामनरेश जी को अकेले वही मना सकते हैं। आपके एक बार कहने भर से
रामनरेश जी मान गये और बच्चा बाबू अध्यक्ष बन गये। इसके कुछ ही दिनों बाद पूर्व
प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी एवं रामधन जी के प्रयास से बच्चा बाबू को आजमगढ़
लोकसभा सीट से टिकट मिल गया।
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