जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि परेशानी के वक्त तुरंत मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक सहायता प्रदान कर प्रारम्भिक अवस्था में ही मनोरोगों की प्रवृत्ति को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि मनोरोगों को रोकने के लिये मानसिक शान्ति सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। राठौड़ सोमवार को सवाईमानसिंह चिकित्सालय के आडिटोरियम में मनोचिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आयोजित विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मन के निरोग रहने में ही जीवन का आनन्द समाहित है। उन्होंने कहा कि मानसिक विकार से व्यक्ति असामान्य मानसिक व्यवहार करने लगता है। इनका संबंध व्यक्तित्व, मनोदशा और तात्कालिक चिंता या भय से हो सकता है।
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