नई दिल्ली। आरटीआई के जरिए खुलासा हुआ है कि आरबीआई के पूर्ण स्वामित्व
वाली एक सहायक इकाई भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्रायवेट लिमिटेड ने
सरकार की नोटबंदी की घोषणा से करीब ढाई महीने पहले ही 2,000 रपये के नये
नोट छापना शुरू कर दिया था, जबकि 500 रपये के नये नोटों की छपाई का काम
विमुद्रीकरण के पखवाडे भर बाद आरंभ हुआ था।
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न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा की खबर के अनुसार मध्यप्रदेश के नीमच निवासी
सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड को उनकी आरटीआई अर्जी पर भारतीय रिजर्व
बैंक नोट मुद्रण प्रायवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल)से मिले जवाब के जरिये
यह अहम जानकारी हासिल हुई है।
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