अग्रवाल ने बताया कि दो दिन पहले पुलिस ने एक ही दिन में अजमेर के किशनगढ़ के साथ ही चूरू, नागौर और बीकानेर के 35 स्थानों पर आनन्दपाल की तलाश में दबिश दी लेकिन, हाथ कुछ नहीं लगा। यह हालात तब है जब बीस हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी आनन्दपाल को तलाश रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस को आनन्दपाल की तलाश में कोई कामयाबी नहीं मिली हो। पुलिस ने उसकी फरारी के बाद एक के बाद एक कुल 62 गुर्गों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है लेकिन, सवाल जस का तस है कि आखिर आनन्दपाल सिंह कैसे फरार है।
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