कानपुर। चुनाव की अभी घोषणा नहीं हुई, लेकिन शराब माफियाओं की भट्टिया धधकना शुरु हो गई है। बताया जाता है कि यह शराब प्रत्याशी अपने मतदाताओं को रिझाने के लिए उपयोग करते है। आबकारी और पुलिस भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। [@ अमेरिका के 911 की तर्ज पर बना डायल 100 कैसे काम करेगा...जानिए इसकी टेक्नोलॉजी]
बताते चले कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही जहां एक ओर जिला से लेकर पुलिस प्रशासन बैठक कर अपनी रणनीति तैयार कर रही है। तो वहीं बिधनू थाने के 500 मीटर दूरी पर ही हरबशपुर गांव में खुलेआम शराब की भट्टिया धधक रही है। जब हमारे सवांददाता ने इस अवैध शराब के बारे में पूछा तो गांव के ही सुखराम ने बताया कि उनका पुस्तैनी कारोबार है।
मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता - राहुल गांधी
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में भाजपा का विजय डंका बज गया - मोदी
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेस में गलत बयानी की और विषय पर कुछ नहीं बोला - भाजपा
Daily Horoscope