जयपुर। सांसद एवं पूर्व मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने पेपरलीक मामले में लोक सेवा आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा की गिरफ्तारी को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पूर्व में ही कहा था कि पेपर लीक पाप में राज्य लोकसेवा आयोग शामिल है। एसओजी ने आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार करके मेरे कथन को सत्य सिद्ध किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डॉ. किरोड़ीलाल ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने एक पेपर तो रद्द कर दिया। लेकिन, बाकी जो 2 पेपर थे, क्या वे आउट नहीं हुए? गहलोत जी परीक्षा की पारदर्शिता का सर्वनाश करने पर क्यों तुले हो? केवल बाबूलाल कटारा को पकड़कर सफेदपोश होने का हास्यास्पद दावा क्यों कर रहे हैं। भूपेन्द्र सारण की गिरफ़दारी कब तक करेंगे।
सांसद किरोड़ी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जानना चाहा कि सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के दौरान इंटरव्यू में कटारा को किसके इशारे पर बैठाया गया? क्या आपकी कमजोर सरकार युवाओं के सपनों का मखौल उड़ाने वाले भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करेगी? केवल सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती ही नहीं बल्कि राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा वर्ष 2018 से करवाए गए सारे पेपर लीक हुए हैं।
पेपर लीक प्रकरण में शिव सिंह राठौड़ की संलिप्तता के बारे में पहले भी अशोक गहलोत सरकार को सूचित किया था। परंतु कार्यवाही नहीं की गई। आखिर क्यों?
राज्य लोकसेवा आयोग में बेठे अन्य भ्रष्ट लोगों पर कार्यवाही कब करेंगे? सिर्फ सेकंड ग्रेड का पेपर लीक नहीं हुआ है। बल्कि राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा वर्ष 2018 के बाद से जितनी भी परीक्षाएं करवायी गई हैं, उन सबके पेपर लीक हुए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यदि ईमानदारी से कार्रवाई करनी है तो पूरी तरह से तह तक जाइए। तभी मगरमच्छ पकड़ में आएंगे।
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