सूत्रों के मुताबिक, पन्नीरसेल्वम खेमे को कमजोर करने के लिए शशिकला ने
दीपक के जरिए इमोशनल कार्ड खेलने का फैसला किया था। हालांकि, दीपक ने
प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसके बाद पलानीसमी को विधायक दल का नेता चुना
गया। पन्नीरसेल्वम के विद्रोह के बाद से ही 100 से ज्यादा विधायक एक
रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं। पन्नीरसेल्वम खेमे ने आरोप लगाया है कि उन्हें
जबरन रोक कर रखा गया है। यहां एक आईजी के नेतृत्व में 350 से ज्यादा
पुलिसवालों को तैनात किया गया है। फैसला आने के बाद भी यहां शशिकला
समर्थकों की भीड़ जुटने लगी। हालांकि, फैसले के बाद भी कोई भी विधायक
रिजॉर्ट से बाहर नहीं आया। [@ Exclusive: पत्नियों के सहारे सियासी कैरियर बचाने की जुगत में कई नेता]
दूसरी ओर, पन्नाीसेल्वम के घर के बाहर भी
समर्थकों की भीड़ जुटी है। मंगलवार को भी शशिकला खेमे के एक और विधायक के
उनके खेमे में जाने की खबर आई। पन्नीरसेल्वम ने अपने निवास पर समर्थकों को
संबोधित करते हुए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अम्मा (जयललिता) का
गुड गवर्नेंस आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘एकजुट अन्नाद्रमुक के सभी
विधायकों के समर्थन से अम्मा की सरकार आगे भी चलती रहेगी। यह हमारी
जिम्मेदारी है कि शांति-व्यवस्था को कायम रखा जाए।’
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