जालधंर। पर्यावरण प्रेमी और समाजसेवी संत बलबीर सिंह सीचेवाल को पद्मश्री मिलने के बाद उन्होंने सरकार और लोगों का धन्यवाद किया है । गौरतलब है कि काली बेई के किनारे पर गुरु नानक देव जी को ज्ञान प्राप्त हुआ था। उसी बेई को साफ करने के दौरान संत सीचेवाल दुनिया के सामने आए थे। काली बेई होशियारपुर की मुकेरियां तहसील के गांव धनोआ के पास से ब्यास नदी से निकलकर हरिके छंभ में जाकर ब्यास नदी में ही मिल जाती है। 160 किलोमीटर इस लंबी बेई को साफ करने का प्रोजेक्ट संत सीचेवाल ने चलाया था। ये होशियारपुर, कपूरथला और जालंधर से गुजरती है। संत सीचेवाल का कहना है कि गुरु नानक देव को जहां ज्ञान प्राप्त हुआ वहां के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया इसलिए उन्होंने लोगों के साथ काम किया। संत सीचेवाल ने 1992 से ही गांव की सफाई का काम शुरू करवा दिया था। एसवाईएल के सवाल पर संत बलबीर सिंह सीचेवाल का कहना है कि पानी प्रकृति का दिया हुआ है। जबकि झगड़े सरकारों के हैं। वर्ष 1974 के एक्ट के मुताबिक नेचुरल रिसोर्स को गंदा नहीं किया जा सकता लेकिन लोग नंिदयों को गंदा कर रहे हैं। इस पर सरकार सख्ती नहीं दिखा रही। संत सीचेवाल ने आज सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो सम्मान उन्हें सरकार द्वारा दिया गया है उसके हकदार वो अकेले नहीं हैं बल्कि उसमें संगत का बहुत बड़ा योगदान है। [@ Punjab Election-तल्ख होते जा रहे हैं नेताओं के बोल ] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope