अजमेर। विश्वविद्यालय में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, सिद्धा और योग पर शोध (पीएच.डी.) कार्यक्रम शुरू होंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को आयुष को प्रोत्साहन देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही संबंधित काउंसिल को भी विश्वविद्यालयों की मदद करने को कहा है। देश में विभिन्न विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध कॉलेजों में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, सिद्धा और योग में स्नातक, स्नातकोत्तर, चिकित्सीय पाठ्यक्रम संचालित है। इनसे डिग्री लेकर कई विद्यार्थी आयुर्वेद, सिद्धा, योग होम्योपैथी, यूनानी (आयुष) चिकित्सा, फार्मेसी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में कार्यरत हैं। विद्यार्थियों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को कई बार आयुष में पीएच.डी. कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ा। हाल में योग को नेट/जेआरएफ में शामिल किया गया। उसके बाद आयुष में पीएच.डी. प्रारंभ करने की मांग बढ़ गई। मंत्रालय के निर्देश पर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को आयुष में पीएचडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
आयुष विषय होगा शामिल
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