नोटबंदी के बाद झारखंड और बिहार में सीनियर नक्सली नेताओं को रंगदारी की रकम को नई करंसी में बदलने की जिम्मेदारी संगठन की ओर से सौंपी गई है। नक्सली नेता इसके लिए अपने रिश्तेदारों और करीबियों के अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा गया और औरंगाबाद में बंदूक के दम पर ठेकेदारों के माध्यम से भी नोटों को बदला गया है। सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में जन मिलिसिया कमांडर ने भैरमगढ़ और बीजापुर के लोगों के खाता में पुराने पैसे जमा कराए है।
सीमा हैदर-सचिन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कोर्ट ने जेवर थाने से मांगी रिपोर्ट
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope