फतेहपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। उन्होंने यहां रविवार को अपनी
पार्टी की रैली में कहा कि अखिलेश की आवाज में अब पहले जैसा दम नहीं रहा, वह बाजी
हार चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक मोदी ने कहा, "अब
अखिलेश की आवाज में दम नहीं रहा। अखिलेश जी मतदान करने गए थे, सुबह जब टीवी पर
उन्हें देखा तो चेहरा लटका हुआ था और आवाज में दम नहीं था। डरे हुए थे, शब्द खोज
रहे थे, जैसे बाजी हार चुके हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी में विकास के वनवास को 14 साल हो गए हैं। यह खत्म
होना चाहिए। सरकारी खजाने से धन लुटाकर, टीवी, अखबारों में छाए रहे, प्रचार में
पैसा खर्च करके एसपी सरकार ने सोचा था कि लोगों की आंखों में ऐसी धूल झोंकेंगे कि
लोग दूसरा कुछ देख ही नहीं पाएंगे। ये जनता है सब जानती है। [# यहां कब्र से आती है आवाज, ‘जिंदा हूं बाहर निकालो’ ] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
मोदी ने कहा, "जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध पानी का पानी कर लेती है। आपके
इरादे नेक हैं कि नहीं, नीयत साफ है कि नहीं, नीतियां ठीक हैं कि नहीं,
प्राथमिकताएं उचित हैं कि अनुचित, ये जनता भली-भांति समझ लेती है। कुछ लोगों को
लगा कि सब जगह तो पिट गए, यूपी में शायद अपने पुरखों के नाम पर बच जाएं।"
उन्होंने कहा कि पहले सपा वाले कहते थे कि दो तिहाई से ज्यादा बहुमत लेकर आएंगे,
थोड़े दिन बाद ये कहना बंद कर दिया। फिर कहते हैं कि अब हम दोनों लोग मिल गए हैं
और भारी बहुमत लेकर आएंगे।
मोदी ने कहा, "चुनाव के शुरू में अकेले जीतेंगे कहते थे, फिर कहते थे कि
समझौता किया इसलिए जीतेंगे, अब आज सुबह कह रहे हैं कि हमारी पार्टी सबसे बड़ी
पार्टी बनेगी। क्या हुआ, हौसले कैसे पस्त हो गए। देश गलतियों को तो माफ करता है,
लेकिन प्रजा के साथ धोखा, ये देश कभी नहीं माफ करता है।"
उन्होंने उत्तर प्रदेश में धर्म व जातीय भेदभाव को लेकर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी
(सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में हर कोई इससे प्रभावित है।
किसी अल्पसंख्यक को टिकट न देने वाली पार्टी के महत्वाकांक्षी नारे `सबका साथ,
सबका विकास` के प्रति आवाज बुलंद करते हुए मोदी ने काम के लिए लोगों के अपने शहर
से बाहर जाने का मुद्दा भी उठाया और युवाओं को उनके शहर में ही रोजगार देने पर जोर
दिया।
मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश में हर कोई महसूस करता है कि उसके साथ भेदभाव
किया जा रहा है और उसे उसके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। दलितों की शिकायत
है कि उनका हिस्सा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को दिया जा रहा है, जो मुसलमानों और
यादवों पर ऊंगली उठाते हैं, जबकि यादव कहते हैं कि केवल परिवार के लोगों को फायदा
मिलता है।"
मोदी ने कहा कि राज्य सरकार भेदभाव की राजनीति का खेल खेल रही है, जबकि उनकी
महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ जाति व धर्म के बदले हर किसी को मिल रहा है।
उन्होंने कहा, "अगर किसी गांव को कब्रगाह के निर्माण के लिए कोष मिलता है, तो
उस गांव को श्मशान की जमीन के लिए भी कोष मिलना चाहिए। अगर आप ईद में बिजली की
आपूर्ति निर्बाध करते हैं, तो आपको होली में भी विद्युत आपूर्ति निर्बाध करनी
चाहिए।"
उन्होंने कहा कि राज्य में किसी को भी सिफारिश या रिश्वत से नौकरी नहीं मिलनी
चाहिए और बदलाव के लिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देने की अपील
की।
फतेहपुर में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत 23 फरवरी को मतदान होना है।
--आईएएनएस
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