शिमला। विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े पहाड़ी राज्य हिमाचल में राजनीतिक पारा गरमाना शुरू हो गया है। सत्ता में अपनी राह आसान मान रही विपक्षी पार्टी भाजपा के कार्यकर्ता और समर्थक इन दिनों बड़े ही पशोपेश में पड़ गए हैं। दरअसल दिल्ली से खबर आई कि उतराखण्ड के चुनाव के बाद जेपी नड्डा को हिमाचल भाजपा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री नड्डा हिमाचल के बिलासपुर से विधायक हैं। उनका धूमल से छतीस का आंकड़ा जगजाहिर है। वर्तमान में नड्डा उतराखण्ड के चुनाव प्रभारी हैं। मोदी और शाह से नजदीकियों के चलते नड्डा के समर्थक उन्हें सूबे का भावी मुख्यमंत्री मानकर चल रहे हैं।
लिहाजा बीजेपी चीफ के रूप में नाम आने के बाद प्रदेश भाजपा में अंदरखाते घमासान सा मच गया। सोशल मीडिया पर नड्डा को बीजेपी से अगला मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया जाने लगा है और इसे लेकर उनके समर्थक फेसबुक इत्यादि पर जमकर पोस्ट कर रहे हैं। इस पर बिफरे धूमल समर्थकों ने भी मोर्चा खोला और सोशल मीडिया पर धूमल के पक्ष में लिखना शुरू कर दिया। धूमल समर्थकोें ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रखा है कि धूमल ही मास लीडर हैं और उनकी अगुवाई में ही चुनाव लड़े जाएंगे तथा वे ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। कुल मिलाकर सोशल मीडिया में धूमल-नड्डा समर्थकों के बीच पोस्ट वार से कांग्रेस पार्टी की बांझे खिल गई हैं।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कहतें हैं कि अगर भाजपा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को प्रदेश भाजपा की कमान सौंपती है, तो इसका कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि धूमल के हाथ प्रदेश की कमान थी तो उन्होंने क्या कर लिया और अब नड्डा क्या कर लेंगे। वीरभद्र के अनुसार अगर भाजपा धूमल या नड्डा के अलावा किसी दूसरे को भी प्रदेश का नेतृत्व सौंपती है तो उसका भी मैं स्वागत करूंगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस आगामी चुनावों में जीत दर्ज करेगी और बीजेपी को मकमुल जवाब दिया जाएगा।
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