चंडीगढ़। जाट आंदोलन इस बार प्रारंभ होने से पूर्व ही आपसी रस्साकसी का शिकार हो
गया है। अखिल भरतीय जाट संघर्ष समिति की ओर से 29 जनवरी से आंदोलन प्रारंभ करने का ऐलान किया गया था। लेकिन कई जाट संगठन यशपाल मलिक की ओर से प्रस्तावित आंदोलन का विरोध कर रहें ही। इसी रस्साकसी के बीच रोहतक में शुक्रवार को जाट जागृति सेना ने आंदोलन प्रारंभ कर दिया है। जाट जागृति सेना को मलिक गुट का विरोधी माना जाता है। संगठन के सदस्यों ने जाट आरक्षण के लिए धरना सुबह सेक्टर छह में शुरू किया। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से पहले ही अनुमति मांगी थी। जाट जागृति सेना की अगुवाई राहुल दादु कर रहे हैं। सेना की मांग है कि पिछले वर्ष हुए आंदोलन में जो युवाओं पर देशद्रोह के केस दर्ज किए गए थे उन्हें वापिस लिए जाएं। वहीं जिलाधीश अतुल कुमार ने दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 लगा दी है। वहीं रोहतक में ही 29 जनवरी से गांव जसियां में भी जाटों का एक गुट आंदोलन प्रारंभ करेगा।
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