लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पर इस वक्त पूरे देश की नजर
है। पिछले तीन दिनों से सपा में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बाद शिवपाल यादव
ने अब आरपार का ऐलान कर दिया है। यूपी सरकार में मंत्री पद और समाजवादी
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शिवपाल यादव के घर के
बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा है। शुक्रवार सुबह अपने समर्थकों से शिवपाल
यादव ने पार्टी दफ्तर लौट जाने की गुजारिश करते हुए कहा कि वहां जाकर
नेताजी से बात करें। शिवपाल के समर्थकों ने रामगोपाल यादव के विरोध में
नारेबाजी भी की। लेकिन शिवपाल यादव ने कहा कि वह हर हाल में पार्टी
सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘नेताजी का संदेश,
हमारे लिए आदेश है।’
शिवपाल गुरुवार को शिवपाल ने अखिलेश मंत्रिमंडल के
साथ साथ यूपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया था। विरोध में
शिवपाल के बेटे आदित्य यादव ने भी कॉपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन पद से
इस्तीफा दे दिया है। बेटे के बाद शिवपाल की पत्नी सरला यादव ने भी इटावा
जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया।
हालांकि सरला
यादव और आदित्य के इस्तीफे की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। सूत्रों के
मुताबिक, शिवपाल शुक्रवार सुबह अपना सरकारी बंगला खाली कर सकते हैं। दरअसल,
शिवपाल बगावत के मूड में हैं। उनके पक्ष में गोलबंदी भी तेज हो गई है।
शिवपाल के घर 7, कालिदास मार्ग के बाहर समर्थकों का जुटना शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि इसमें शिवपाल समर्थक कुछ विधायक भी शामिल हैं। उन्होंने
अखिलेश मंत्रिमंडल से हटाए गए गायत्री प्रजापति से भी मुलाकात की। लखनऊ में
अपने आवास से बाहर निकलकर शिवपाल समर्थकों के बीच पहुंचे। शिवपाल ने कहा
कि हम सब लोग नेताजी के साथ हैं। एसपी को कमजोर नहीं होने देंगे। उन्होंने
अपने समर्थकों से कहा कि आप सब लोग पार्टा कार्यालय पर जाइए और नेताजी के
सामने अपनी बात को रखिए।
भारत ने कनाडा के प्रभारी उच्चायुक्त, समेत छह राजनयिकों को निष्काषित किया
भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त, अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया
एआई में सहयोग के लिए केंद्र ने की मेटा के साथ साझेदारी
Daily Horoscope