मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘ मैंने अपनी तरफ से हर कोशिश की, अपना
पक्ष रखा दिया है। अब 4 बजे के पहले चुनाव आयोग का फैसला आएगा। मैंने कई
कोशिश की है। तीन बार अखिलेश को बुलाया, लेकिन मुझे बिने सुने उठकर चला
गया। चुनाव आयोग जो फैसला करेगा, स्वीकार होगा, आप लोग मेरा साथ देंगे।’ [@ Exclusive:10 साल से बेडिय़ों में जकड़ी है झुंझुनूं की जीवणी]
मेरा बेटा दूसरे के हाथों खेल रहा है
मुलायम
ने कहा, ‘मैंने कई बार बात करने के लिए अखिलेश को बुलाया, लेकिन वह नहीं
आया। जब बीवी-बच्चों की कसम खिलायी तब आये। एक बार आया तो बात शुरू करने से
पहले ही चला गया। अखिलेश हमारा बेटा है, लेकिन हमको नहीं मालूम था कि वह
विरोधियों से मिल जाएगा। मेरा बेटा दूसरे के हाथों में खेल रहा है,
रामगोपाल के इशारे पर काम कर रहा है। रामगोपाल ने पार्टी को बर्बाद करने
में कोई कसर नहीं छोड़ी। आप से अपील है कि आप मेरा साथ दें। सिंबल जो भी
हो, आप मेरा साथ दें।’ उन्होंने कहा कि जनता के बीच संदेश गया है कि अखिलेश
मुसलमान विरोधी हैं, उनके प्रत्याशियों की सूची में मुसलमान कम हैं। इस
बीच कार्यकर्ताओ ने पार्टी बचाओ के नारे लगाने शुरू किए, तो मुलायम ने
उन्हें डांट कर चुप कराया।
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