धर्मशाला। कांगड़ा ज़िला के मटौर में `सम्मान रैली` के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का विधायक पवन काजल ने धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी घोषित करने के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मटौर में राजकीय महाविद्यालय तथा कांगड़ा में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के मंडल खोलने की घोषणा की। उन्होंने कांगड़ा के दशहरा उत्सव को जिला स्तरीय मेले का दर्जा देने की घोषणा की। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तियारा को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने की भी घोषणा की। धर्मशाला को दूसरी राजधानी मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता मामले को जानबूझ कर प्रसारित कर रहे है और इस मामले पर राजनीति करना उनकी ओछी सोच दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1984 में कांग्रेस सरकार ने ही स्कूल शिक्षा बोर्ड को धर्मशाला बदला था और लोक निर्माणए सिंचाई एवं जन सवास्थ्य, हिप्र राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के प्रमुख अभियंता के कार्यालय धर्मशाला से ही कार्य कर रहे थे। [@ धुंध से परेशान हैं, हिमाचल की पहाडियों का रूख करें] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
उन्होंने कहा कि उन्हीं के कार्यकाल में वर्ष 1994 में शीतकालीन प्रवास आरम्भ किया गया था और वर्ष 2005 में विधानसभा परिसर बनने से पूर्व प्रयास भवन में विधानसभा सत्र की शुरूआत की गई थी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला नगर निगम बनाया गया है और इसे हिमाचल की स्मार्ट सिटी भी घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार द्वारा इसका समर्थन न करने पर हैरानी हो रही है और उन्होंने सोचा था कि शांता कुमार इससे खुश होंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की यह बचकाना सोच है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेता राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने की बात कहते हैं परन्तु जब चुनाव आते हैं तो उसे वे ताक पर रख कर क्षेत्रवाद की बात करते हैं ताकि उनके निजी हित पूरे हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ भाजपा नेताओं व एक केन्द्रीय मंत्री द्वारा उनके विरूद्ध मामले बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि उनके आयकर से संबंधित एक मामले की तीन-तीन एजेंसियां जांच कर रही है परन्तु वे जानते है कि सच्चाई की ही जीत होती है। उन्होंने कहा कि अब जब चुनावों में कुछ महीने शेष है, तो अनेक नेता अपने राजनीतिक अस्तिव के लिए लोगों को धर्म तथा क्षेत्र के आधार पर बांटने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बांट कर सत्ता में आने पर विश्वास करते हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि बांटने से कभी भी सफलता नहीं मिलती, बल्कि इससे राष्ट्र व समाज में विघटन पैदा होता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को राष्ट्र के विकास एवं कल्याण के लिए एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में हुए विकास का जिक्र करते हुए कहा कि आज सड़कों की बेहतर स्थिति है और प्रदेश में आज 37 हजार किलोमीटर की सड़क प्रणाली हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल के दौरान 1730 किलोमीटर नई सड़कों तथा 180 पुलों का निर्माण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विद्युत की कोई कमी नहीं है और सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में स्थापित होने वाले नए उद्योगों के लिए पांच वर्षों तक विद्युत दरों में वृद्धि नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाने पर 966 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पैंशन को 450 से बढ़ाकर 650 रुपये किया है और जिन पात्र व्यक्तियों की आय 80 वर्ष से अधिक तथा 45 वर्ष से कम आयु की विधवाओं को 1200 रुपये प्रतिमाह की दर से सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान की जा रही है। वर्तमान प्रदेश में 387000 पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन के अधीन लाया गया है।
शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नेता मुख्यमंत्री द्वारा धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने की घोषणा की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने व्यक्तव्य में दूसरी राजधानी की घोषणा को लोगों के साथ धोखा करार दे रहे हैं, जिसे ज़िले के लोग पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय के मामले को भी भाजपा नेताओं द्वारा जानबूझ कर उलाझाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने धर्मशाला के निकट जदरांगल में स्थल का चयन किया है परन्तु भाजपा नेता इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने रैली को सफल बनाने के लिए उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने इस अवसर पर कहा कि धर्मशाला में शीतकालीन प्रवास सभी क्षेत्रों को समान रूप से देखने के लिए आरम्भ किया गया है।
उन्होंने विपक्ष की विघटन कार्य नीतियों के लिए आलोचना की तथा कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को विश्वास है कि वे विघटन कार्य राजनीति को अपनाकर सत्ता में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी क्षेत्रों के समान विकास पर विश्वास करती है और किसी भी हालत में भाजपा को प्रदेश में विघटन पैदा करने नहीं दिया जाएगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कांगड़ा बाईपास पर निर्मित गौसदन का उद्घाटन किया। उन्होंने बृजेश्वरी देवी मंदिर परिसर में 2.70 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सामुदायिक भवन की आधारशिला भी रखी। उन्होंने भडियारा के लिए 17.60 करोड़ रुपये की लागत की उठाऊ पेयजल योजना तथा 8.70 करोड़ रुपये की तकीपुर उठाऊ पेयजल योजना की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पालए विधायक संजय रत्न, यादविन्द्र गोमा तथा किशोरी लाल, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष जगदीश सिपहिया, हिप्र राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया, पूर्व विधायक सुरेन्द्र काकू, व्यापार कल्याण बोर्ड के निदेशक मंडल के सदस्य संदीप मांटा व क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
प्रदेश का समग्र विकास राज्य सरकार का लक्ष्य : वीरभद्र
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने देहरा में डिग्री महाविद्यालय खोलने तथा बनखंडी (कल्लर) में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय उच्च पाठशाला धवाला को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने देहरा के बनखंडी में जनसभा को संबोधित किया। इससे पूर्व, उन्होंने 23.95 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना के संवर्धन की आधारशिला रखी। इससे क्षेत्र की 19 पंचायतें लाभान्वित होगी। मुख्यमंत्री ने राजकीय उच्च पाठशालाए मांगढ़ को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, भटोली व पकोरियां में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने की भी घोषणा की।
उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाल बनखंडी तथा खेरियां में स्कूल भवन के निर्माण के लिए धनराशि प्रदान करने की भी घोषणा की। वीरभद्र सिंह ने हरिपुर में लोक निर्माण विभाग के उपमण्डल खोलने की घोषणा की और पूर्व में की गई घोषणाओं के लिए अतिरिक्त बजट प्रदान को भी अपनी सहमति दी। उन्होंने ग्राम पंचायत धार तथा खबली में आयुर्वेदिक औषधालय और निचला करयाड़ा में विद्युत ट्रांसफार्मर लगाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बनी-दी-हटी से एफसीआई गोदाम तक कंकरीट सड़क और 3.5 किलोमीटर थथड़-त्रिपाल-खास-बासा सड़क के निर्माण को भी स्वीकृति प्रदान की।
उन्होंने हरिपुर में मुख्य बाजार-गुग्गा मंदिर-शीतला माता सड़क, रैहन-महेवा सड़क, कथोग-पंजला-कुंडली हार सड़क के निर्माण की मांग को भी स्वीकृति प्रदान की। प्रदेश में विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को शिक्षा तथा समावेशी विकास के क्षेत्र में देशभर के बड़े राज्यों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर आंका गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का समग्र विकास राज्य सरकार का लक्ष्य है और देहरा विधानसभा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहेगा। उन्होंने वर्तमान विधायक द्वारा इस विधानसभा क्षेत्र की प्राथमिकताओं की सूची न देने पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देहरा के वर्तमान विधायक क्षेत्र में विकास कार्यों करवाने के स्थान पर इसकी आलोचना कर रहे है।
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