हनुमानगढ़। इसे शहरवासियों की बदकिस्मती कहें या अस्पताल स्टाफ की लापरवाही। जिस जिला अस्पताल को चंद दिनों पूर्व ही सफाई व्यवस्था के लिए प्रदेश में प्रथम स्थान मिला था और अभी तक लोगों के जेहन से प्रथम स्थान पर रहने की खुमारी पूरी तरह से नहीं उतरी थी कि उसी अस्पताल में फिर से सफाई व्यवस्था के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि जिला अस्पताल में मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंची पीलीबंगा विधायक द्रोपती मेघवाल ने खुद आंखों देखने के बाद मीडियाकर्मियों से कही। करीब दो घण्टे चले निरीक्षण के बाद विधायक द्रोपती मेघवाल ने कहा कि बेशक जिला अस्पताल कायाकल्प अवार्ड में प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा हो लेकिन फिर से अस्पताल में सफाई व्यवस्था डगमगाने लगी है। जानकारी के अनुसार टाउन स्थित महात्मा गांधी स्मृति राजकीय जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा इलाज में लापरवाही बतरने की मिल रही शिकायतों के मद्देनजर मंगलवार को पीलीबंगा विधायक श्रीमती द्रोपती मेघवाल सुबह करीब साढ़े नौ बजे जिला अस्पताल पहुंची। विधायक ने विभिन्न वार्डों में पहुंच कर भी सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बदहाल सफाई व्यवस्था को देखकर इसमें और सुधार की जरूरत बताई। साथ ही उन्होंने कार्यवाहक पीएमओ को सफाई व्यवस्था में सुधार न होने पर ठेका किसी अन्य को देने के निर्देश दिए। शौचालय के हालात देखकर भी विधायक ने नाराजगी जताई तथा शौचालयों की नियमित व सुचारू रूप से सफाई करने को कहा।
निरीक्षण के दौरान विधायक ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत चावला के खिलाफ मिल रही शिकायतों पर उन्हें जमकर लताड़ लगाई और कार्यप्रणाली में सुधार की हिदायत दी। जब विधायक अस्पताल के एमसीएच यूनिट में पहुंची तो वहां अस्पताल स्टाफ व मरीजों ने बैड कम होने की समस्या विधायक को बताई। इस पर विधायक ने मरीजों व अस्पताल स्टाफ को आश्वस्त किया कि चिकित्सा मंत्री व सरकार को लिखकर जल्द ही पर्याप्त बैडों की व्यवस्था जिला अस्पताल में करवाई जाएगी। द्रोपती मेघवाल ने हाजिरी रजिस्टर का भी मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ डॉ. हनुमान प्रसाद रोहिल्ला, डॉ. वेदपाल बिजारणियां, डॉ. शंकर सोनी, डॉ. योगेन्द्र तनेजा आदि भी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद विधायक द्रोपती मेघवाल ने सभी चिकित्सकों की मीटिंग ली और चिकित्सकों व वार्डांे के नर्सिंग प्रभारियों को अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार करने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि एमजीएम अस्पताल जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। जिलेभर से हजारों मरीज यहां इलाज करवाने आते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जिला अस्पताल प्रदेश में प्रथम स्थान पर आया है। हमें इस व्यवस्था को लगातार कायम रखना होगा। यदि किसी काम के लिए बजट के जरूरत है तो उन्हें बताएं। वे विधायक कोटे से अस्पताल में सुधार करवाएंगी। लेकिन मरीजों को मिलने वाले इलाज में किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए।
मिला था 50 लाख का पुरस्कार
ज्ञातव्य हो कि टाउन स्थित जिला अस्पताल राज्य के बेहतरीन अस्पतालों में शामिल हुआ था और इसके फलस्वरूप उसे प्रतिष्ठित कायाकल्प पुरस्कार से नवाजा गया था। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने जयपुर के इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हनुमानगढ़ जिला अस्पताल की टीम को यह अवार्ड सौंपा। अस्पताल ने पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त कर 50 लाख का पुरस्कार जीता था।
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