लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद की
कार्यवाही नहीं चलने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराने के आरोप को खारिज
करते हुए कहा है कि कालेधन और नोटबंदी पर चर्चा से विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता
पक्ष लोग ही भागते रहे।
मायावती ने सोमवार को यहां जारी बयान में कहा,कालेधन और नोटबंदी आदि
मुद्दों पर संसद में चर्चा से विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के लोग भागते
रहे क्योकि बिना तैयारी के लिए गये अपने नोटबंदी के फैसले का जवाब देने की
हिम्मत वे नहीं जुटा पा रहे थे। उन्होंने कहा भाजपा और इसकी सरकार ही सदन
की कार्यवाही नहीं चलने देने के लिए जिम्मेदार है क्योंकि प्रधानमंत्री या
तो बाहर रहे या चर्चा में भाग नहीं लिया बल्कि संसद के बाहर रैलियों आदि
में गुमराह करने वाली बयानबाजी करके संसद की गरिमा को क्षति पहुचायी।
बसपा प्रमुख ने कहा,मोदी देश की जनता से बलिदान देने की अपील दोहराते रहे
जबकि बैंक के बाहर लोगों की लगातार मौते हो रही है यह अत्यन्त ही दुखद व
सरकार की विफलता का प्रतीक है।
मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी की सोमवार को कानपुर में हुई रैली का जिक्र
करते हुए कहा कि भाडे पर जुटाई भीड के सामने उन्होंने घिसी पिटी बाते की और
बैंकों पर लाइन लगाये खडी 90 प्रतिशत जनता के लिए राहत की कोई बात नहीं
कही।
उन्होंने यह भी मांग की कि जिस तरह तमिलनाडु सरकार ने वहां की मुख्यमंत्री
जयललिता के निधन के बाद के घटनाक्रम में मरने वाले लगभग 600 लोगों को 3-3
लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की है उसी तरह केन्द्र सरकार को बैंकों की
कतार में मरने वालों के परिजनों के लिए मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए।
बसपा प्रमुख ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा कि ढाई साल तक उसे उत्तर
प्रदेश में फैला गुण्डाराज दिखाई नहीं पडा अब जब विधानसभा के चुनाव आ गये
तब गुण्डाराज हटाने की बात कर रहे हंै।
(आईएएनएस)[@ 27 लाख की यह कार साढ़े 53 लाख में हुई नीलाम, जानें क्यों हुआ ऐसा]
कोर्ट ने दिया ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने को सील करने का आदेश, सीआरपीएफ तैनात
देश कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर चिंतित, आंसू गैस के गोले दागना गलत: केजरीवाल
ओवैसी और महबूबा मुफ्ती को फिर से पढ़ना चाहिए इतिहास - केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी
Daily Horoscope