प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जगजाहिर है कि संघ एक
सर्वमान्य संस्था नहीं है, क्योंकि इसका एजेण्डा नफरत पर आधारित विभाजनकारी
तथा विघटनकारी है। इतना ही नहीं, अपने आपको सांस्कृतिक संस्था घोषित करने
वाले संघ के लोग हमेशा राजनीतिक उद्देश्य से ही काम करते हैं। अब तो उनके
कार्यकर्ता खुले तौर पर भाजपा और उसकी सरकार में शामिल हैं। मायावती ने कहा
कि भाजपा उत्तर प्रदेश में अपनी दयनीय स्थिति को लेकर परेशान है। इसी वजह
से वह अब हर प्रकार से देशभक्ति व राष्ट्रवाद के विषयों की आड़ में राजनीति
कर रही है।
बता दें कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को
अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का
श्रेय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शिक्षा को देते हुए कहा था कि
प्रधानमंत्री और वह खुद संघ के प्रशिक्षण की वजह से इस सैन्य कार्रवाई का
कड़ा फैसला ले सके।
लखनऊ में रामनवमी समारोह में 'तेज म्यूजिक' को लेकर छात्रों के दो गुटों में झड़प
अमित शाह आज गुजरात में और जेपी नड्डा असम करेंगे चुनाव प्रचार
भारतीय-अमेरिकी छात्रा ने नासा का पावर टू एक्सप्लोर चैलेंज जीता
Daily Horoscope