कैथल। प्रदेश के छह किसान संगठनों ने प्रदेश में किसान बचाओ आंदोलन का आगाज करने का आगाज करने की बात कही है। हनुमान वाटिका में छह किसान संगठनों ने बैठक करते हुए कहा कि अब एक जनवरी के बाद कोई भी किसान बैंकों का कर्ज भी जमा नहीं कराएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भी डटकर विरोध करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार हर साल काॅर्पोरेट घरानों के करोड़ों अरबों रुपए माफ करती है। लेकिन देश के अन्नदाताओं का कभी कर्ज माफ नहीं किया। जबकि उन्हें हर साल बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में सरकार को उनका कर्जा भी मुक्त करना चाहिए। बैठक में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, भाकियू के राष्ट्रीय सलाहकार अजीत सिंह हाबड़ी और किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुरेश खौथ और प्रधान पाल राम गौड़ सहित कई किसान नेता मौजूद रहे। जिन्होंने सरकार से चुनाव पहले किए गए वादों को पूरा करने की मांग की। उन्होंने जल्द ही उनकी मांगों को नहीं माने जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। साथ ही उन्होंने 25 फरवरी को कैथल हुडा ग्राउंड पर दो किसानों की ओर से आमरण अनशन करने और 11 जिलों के किसानों की ओर से इनका समर्थन करने के लिए मौके पर रहने का ऐलान भी किया। इस मौके पर अध्यक्ष सेवा सिंह आर्य, कर्म सिंह मथाना, कार्यकारी अध्यक्ष बलविन्द्र बाजवा, युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना, युवा जिला जगवीर प्यौदा, सोनू प्यौदा और गुरबक्श सिंह भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग, आतंकवाद पर 'करारा प्रहार' के लिए सेना को दी खुली छूट
IPL 2025 : कोलकाता ने दिल्ली को 14 रन से हराया, 8 साल बाद अरुण जेटली स्टेडियम में जीत दर्ज
भूमि मामला : ईडी ने हैदराबाद में तलाशी के दौरान 45 कारें जब्त कीं
Daily Horoscope