भरतपुर। जिले के नगर कस्बे में बालक तथा बालिका अल्पसंख्यक छात्रावासों को लेकर लंबे समय से चल रहे गोरखधंधे की कलई उस समय खुल गई जब नगर के उपखंडाधिकारी तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इन दोनों ही छात्रावास का अचानक निरीक्षण किया। बताया गया कि एक निजी मकान को किराए पर लेकर संचालित किये जा रहे इन छात्रावास में फर्जी तरीके से छात्र छात्राओं का नामांकन कर गोलमाल किया जा रहा था।
बताया गया की 10 कमरों के जिस मकान में बालिका छात्रावास चल रहा है उसमें से 6 कमरे तो मकान मालिक अपने उपयोग में लेता है शेष 4 कमरों में करीब 40 छात्राओं का रहना बताया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार निरीक्षण के दौरान भी छात्रावास में सिर्फ चार छात्रा ही मिली। इसी तरह बालक छात्रावास में भी छात्रों की सीट 50 है लेकिन निरीक्षण के दौरान सभी अनुपस्थित मिले।
भरतपुर।मेवात क्षेत्र में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा संचालित छात्र और छात्रा छात्रावासों में विभाग के साथ मिलिभगति से गोलमाल चल रहा है जिसको लेकर कोई ठोस कार्यवाही नही होती है। इस सब को देखने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने रिपोर्ट बना कर जिला कलेक्टर को भेजी है तथा जांच कराने के साथ कार्रवाई के लिए भी लिखा है।
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