झज्जर। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने सरकार को सीधी चेतावनी दी है। मलिक ने कहा कि सरकार रासुका लगाकर डराने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि सरकार कभी रासुका से तो कभी अफसरों को गांव-गांव भेजकर लोगों को डराने का काम कर रही है। उन्होंने कहा सरकार को ओछे हथकंडे छोडक़र अगर रासुका लगानी है तो राजकुमार सैनी और रोशनलाल आर्य पर लगानी चाहिए। यशपाल मलिक ने कहा कि उन्हें सरकार के बुलावे का इंतजार नहीं है। [@ सावधान हो जायें अब भ्रस्ट अफसर] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की जानकारी है और जैसे ही सरकार उनकी मांग मान लेती है तो धरने खुद हटा लिए जायेंगे। झज्जर के रासलवाला पर चल रहे जाट न्याय धरना स्थल पर पहुंचे यशपाल मलिक ने प्रसासन को भी धरना स्थल के अंदर वीडियोग्राफी कराने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर वीडियोग्राफी करानी है तो धरनास्थल के बाहर की और भाषण की ही कराये इसके अलावा कोई और काम न करें। मलिक ने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाह राजा की तरह बर्ताव कर रही है।
सरकार को चाहिए की वो लोगों की मांगों को पूरा करने का काम करें। रासलवाला चौक पर जाट न्याय धरना में चौथे दिन लोगों की भारी भीड़ पहुंचने लगी है। उन्होंने कहा कि सरकार डराने के लिए पुलिस और पैरामिलिट्री का सहारा ले रही है लेकिन जब लोगों की संख्या और बढ़ जायेगी तो इतनी मिलिट्री कहां से लायेगी। यशपाल मलिक ने हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टेन अभिमन्यु को भी सख्त लहजे में सन्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि अभिमन्यु को भडक़ाने की बजाय आम माफी का काम करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिमन्यु अपने घर की आग को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाये हुए है जबकि उनके घर क्या लोगों की जान से ज्यादा कीमती है। यशपाल मलिक ने बताया कि 36 बिरादरी के समर्थन और सहयोग से शांतिपूर्वक चल रहे जाट न्याय धरनों को सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है।
खाप नेता भी धरनास्थल पर आकर समर्थन दे रहे हैं। सरकार से मिलकर धरनों के खिलाफ बयानबाजी करने वाले जाट नेताओं के बारे में कहा कि जो सरकार के लोग है वो सरकार के साथ रहे कौम के साथ आने की जरूरत नहीं है। यशपाल मलिक ने कहा कि भाजपा सरकार को पंजाब, यूपी और उत्तराखंड के बाद भाजपा को राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी सबक सिखाने का काम किया जायेगा।
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