श्रीगंगानगर। बचपन से लडक़ी बनने की चाह रखने वाला एक युवक आखिर जवानी में अपनी इच्छा पूरी करने के लिए किन्नरों की दुनिया में शामिल हो गया। बचपन में भी वह स्कूल के कार्यक्रमों में लडकियों का रोल किया करता था। अब वह अपने शरीर में परिवर्तन के लिए दवाइयों का सहारा भी ले रहा है। इस चाह को पूरा करने के लिए उसने अपनी पत् नी व बच्चों तक को छोड़ दिया। हालांकि घर छोडऩे के पीछे पत्नी से झगड़ा व पत्नी की ओर से उसके खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कराना कारण बताया है। [# खौफ में गांव के लोग, भूले नहीं करते ये काम] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
यह कहानी है 8 एलएलडब्ल्यू नवां, हनुमानगढ़ निवासी इरशाद अली पुत्र लियाकत अली की। इरशाद का विवाह करीब पांच साल पहले मम्मड़ खेड़ा में हुआ था। विवाह के बाद उसके एक बेटा हुआ। करीब चार साल पहले पति-पत्नी में झगड़ा हो गया और पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करवा दिया। जब इरशाद को इसका पता चला तो वह घर से फरार हो गया। वह यहां से भागकर किन्नरों की टोली में बठिंडा पंजाब पहुंच गया और उनके साथ रहने लगा। उसका बचपन से ही लडक़ी बनने का सपना था, जो वहां पूरा होता नजर आया और उसने लड़कियों के कपड़े पहनने और श्रंृगार आदि करना शुरू कर दिया। वह किन्नरों के साथ शादी समारोह व घरों में जाना शुरू कर दिया।
मंगलवार को वह बठिंडा के पास मेले में किन्नर साथियों के साथ सलवार-सूट में वसूली करते पकड़ा गया। बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जमानत मिल गई। इरशाद कक्षा बारहवीं तक पढ़ा हुआ है। इरशाद के परिवार की जिम्मेदारी अब उसके पिता पर आ गई है। इरशाद का कहना है कि उसके नाम तीन बीघा जमीन है वह उसे अपने बेटे के नाम करवाएगा।
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