बीकानेर। मकर संक्रांति पर्व पर घायल हुए पक्षियों की चिकित्सा और उपचार के बाद वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने उन्हें मुक्त आकाश में छोड़ दिया। विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, जयपुर के पशु शल्य चिकित्सकों, स्वयंसेवी संस्थाओं रक्षा और होप एण्ड बियोन्ड और एंजल आईज संस्था के सहयोग से जयपुर में 13 से 15 17 जनवरी मकर संक्रांति पर तीन दिवसीय शिविर आयोजित कर पतंगबाजी से घायल हुए करीब एक हजार पक्षियों की चिकित्सा और सेवा कर निरोगी बना दिया। इससे पूर्व स्नातकोत्तर शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, जयपुर द्वारा पक्षियों के बचाव के लिए नागरिकों को पूर्व हिदायतें भी जारी की गईं। शहर के विभिन्न स्थानों पर पक्षी उपचार और बचाव शिविरों के आयोजन और कार्यों को उच्च कोटि का बताते हुए सराहना की। वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशु शल्य चिकित्सा विशेषज्ञों सहित विशेषाधिकरी डॉ. उमेश अग्रवाल, सह प्राध्यापक डॉ. डी.एस. मीणा, रक्षा श्रम सेवी संस्था के सीईओ रोहित गंगवार व पशुपालन विभाग के वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. विकास शर्मा सहित संस्थान के फैकल्टी सदस्यों ने शिविरों में अपनी सेवाएं प्रदान की।
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