अभिषेक मिश्रा, लखनऊ। याद करिए दो साल पहले का
वाकया। अमेठी रियासत में राजा संजय सिंह ने अपनी पहली पत्नी के बेटे अंनत विक्रम
सिंह को हवेली में कब्जे को लेकर जेल भिजवाया था और तब रानी गरिमा सिंह ने कसम खाई
थी कि संजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह को वह बरबाद कर देंगी। लेकिन अब
ऐसा होने जा रहा है। भाजपा की तरफ से गरिमा सिंह अमेठी से प्रत्याशी हैं तो
कांग्रेस और सपा की तरफ से किसी के नाम का खुलासा नहीं हुआ है। अगर अमिता सिंह
कहीं और से चुनाव लड़ती हैं तो यह उनकी एक तरह से हार होगी। क्योंकि सपा इस सीट पर
मुलायम सिंह के खास गायत्री प्रसाद प्रजापति को टिकट दे रही है क्योंकि वह पिछली
बार इसी सीट से अमिता सिंह को हराकर चुनाव लड़े और जीते भी थे।
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उत्तर प्रदेश के अमेठी में नजारा दिलचस्प है। इस सीट
से कांग्रेस नेता संजय सिंह की पहली और वर्तमान पत्नियों के बीच चुनावी मुकाबला तय
दिख रहा है। राजघराने में गरिमा के नाम और हैसियत तथा जनता की सहानुभूति जैसी
वजहों पर भाजपा भरोसा कर चल रही है और यही कारण है कि उसने गरिमा को मैदान में
उतारा। अमिता ने कहा कि मैंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बात कर जमीनी हकीकत
बता दी है और उनसे आग्रह किया है कि वह इस बारे में सोचें क्योंकि अमेठी विधानसभा
सीट कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में पड़ती है। गरिमा को
प्रत्याशी बनाने वाली भाजपा पर हमलावर होते हुए अमिता बोलीं भाजपा घटिया राजनीति
पर उतर आई है। 60 वर्षीय गरिमा पहली बार राजनीतिक सफर की शुरूआत कर रही हैं।
जुलाई 2014 में बेटे अनंत विक्रम और पुत्रियों महिमा एवं शैव्या के साथ पारिवारिक
भूपति भवन महल लौटने पर वह सुर्खियों में थीं। पारिवारिक विरासत पर नियंत्रण को
लेकर उनकी संजय सिंह और दूसरी पत्नी अमिता से काफी कहासुनी भी हुई।
कांग्रेस ने
पारिवारिक झगडे़ से दूर रहना बेहतर समझा तो खबर है कि भाजपा ने 2016 में ही गरिमा
और उनके बच्चों से संपर्क साधा और उसके बाद अनंत एवं उनकी बहन महिमा पार्टी में
शामिल हुए। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए गरिमा पर दांव लगाया है।
यहां पार्टी राहुल गांधी को उखाड़ फेंकना चाहती है और पिछले चुनाव में राहुल के हाथ
पराजित हुई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी इसके लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
स्मृति और राहुल के बीच हार-जीत के वोटों का अंतर कम था। ऐसे में भाजपा को उम्मीद
है कि वह कांग्रेस के गढ़ पर कब्जा कर सकती है। राजघराने से ताल्लुक रखने वाली
गरिमा पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की भांजी हैं। अमेठी में पांचवे
चरण के तहत 27 फरवरी को मतदान होगा।
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